Gita Darpan Puruwarth Uttradarh Parisisth Granthakar

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Book Code – 8

Total Pages – 384

Total Chapters – 18

Total Shalok – 700

Source – Mahabharat

Category
Description

गीता-दर्पण ( बुक कोड – 8 ) :- गीतोक्त जीवन-कलाके संवाहक ब्रहालीन श्रद्धेय स्वामी श्रीरामसुखदासजीदवारा सरल-से-सरल शैलीमें प्रणीत इस ग्रन्थरत्नके स्वाध्यायसे अनेक भावक भक्त गीतारूपी दर्पणके द्वारा आत्मपरिष्कार कर चुके हैं। इसमें गीताको सुबोध रूपमें प्रश्नो्तर शैलीमें प्रस्तुत किया गया है तथा गीता को विभिन्न दृष्टियों से विचार की कसौटी पर कसते हुए प्रधान-प्रधान विषयों को विशद व्याख्या से समलंकृत किया गया है। इसके अतिरिक्त इसमें गीता-व्याकरण एवं छंद-सम्बन्धी ज्ञान से भी परिचित कराया गया है।

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