Gita Sangrah Pustakakar Rajsanakaran

120.00

20 in stock

Book Code – 1958

Total Pages – 672

Total Shalok – 700

Source –  Mahabharat

Category
Description

गीता-संग्रह ( बुक कोड – 1958 ) :- श्रीमद्भगवद्गीता गीताप्रेसके द्वारा विभिन्न भाष्यों, टीकाओंके साथ विभिन्न आकार-प्रकारमें प्रारभ ही सतत प्रकाशित हो रही है, किन्तु अन्यान्य महत्वपूर्ण गीताएँ आज भी जनसामान्यके लिये दुर्लभ हैं। अन्यान्य गीताओंको भी पाठकोको सहजता से एक साथ सुलभ करानेकी दृष्टिसे प्रस्तुत पुस्तकमें गणेशगीता, हंसगीता, नारदगीता, रामगीता, उत्तरगीता, अष्टावक्रगीता, अवधूतगीता, हारीतगीता, यमगीता, भगवतीगीता आदि कुल पचीस गीताओंका सानुवाद संकलन प्रकाशित किया गया है।

Related Products
Shopping cart1
Gita Prabhodani Mota Type Pustakakar
-
+
Subtotal
80.00
Total
80.00
Search Products
×