Srimad Bhagavadgita Sadhak Sanjivani (Gujrati) Tika Granthakar

450.00

20 in stock

Book Code – 467

Total Pages – 1288

Total Chapters – 18

Total Shalok – 700

Source – Mahabharat ( Only Gujarati )

Category
Description

गीता-साधक-संजीवनी:– ब्रहा्लीनश्रद्धेय स्वामी श्रीरामसुखदासजी महाराजने गीतोक्त जीवनकी प्रयोगशालासे दीघृकालीन अनुसंधान द्वारा अनन्त रत्नोका प्रकाश इस टीकामें उतार कर लोककल्याणार्थ प्रस्तुत किया है, जिससे आत्मकल्याणकामी साधक साधनाके चरमोत्कर्षको आसानीसे प्राप्त कर आत्मलाभ कर सकें। इस टीकामें स्वामीजीकी व्याख्या विद्बत्ता-प्रदर्शनकी न होकर सहज करुणासे साधकों के लिये कल्याणकारी है। विविध आकार-प्रकार, भाषा, आकर्षक साज-सज्जा में उपलब्ध यह टीका सदगरुकी तरह सच्ची मार्गदर्शिका है।

Related Products
Shopping cart1
Srimad Bhagavadgita Lagu Rajsanskaran
-
+
Subtotal
40.00
Total
40.00
Search Products
×