Srimad Bhagavadgita Sadhak Sanjivani Hindi Tika Brihadakar

800.00

10 in stock

Book Code – 5

Total Pages – 1263

Total Chapters – 18

Total Shalok – 700

Source – Mahabharat

Category
Description

गीता-साधक-संजीवनी ( बुक कोड – 5 ) :- ब्रहा्लीनश्रद्धेय स्वामी श्रीरामसुखदासजी महाराजने गीतोक्त जीवनकी प्रयोगशालासे दीघृकालीन अनुसंधान द्वारा अनन्त रत्नोका प्रकाश इस टीकामें उतार कर लोककल्याणार्थ प्रस्तुत किया है, जिससे आत्मकल्याणकामी साधक साधनाके चरमोत्कर्षको आसानीसे प्राप्त कर आत्मलाभ कर सकें। इस टीकामें स्वामीजीकी व्याख्या विद्बत्ता-प्रदर्शनकी न होकर सहज करुणासे साधकों के लिये कल्याणकारी है। विविध आकार-प्रकार, भाषा, आकर्षक साज-सज्जा में उपलब्ध यह टीका सदगरुकी तरह सच्ची मार्गदर्शिका है।

Related Products
Shopping cart1
Discovery Of Truth And Immortality Pustakakar
-
+
Subtotal
20.00
Total
20.00
Search Products
×