Gita Chintan Pustakakar

100.00

20 in stock

Book Code – 11

Total Pages – 622

Total Chapters – 18

Total Shalok – 700

Source – Mahabharat

Category
Description

गीता-चिन्तन ( बुक कोड – 11 ) :- नित्यलीलालीन श्रद्धेय (भाईजी) श्रीहनुमानप्रसाद जी पोद्दारद्वारा भिन्न- भिन्न रूचि, अधिकार, योग्यता वाले मनुष्यों को कर्तव्य- कर्मका बोध तथा भगवान की ओर गति करानेके उद्देश्य से लिखे गये गीता सम्बन्धी लेखों, विचारों, पत्रों का दुर्लभ संग्रह। इसमें गीता के श्लोकों की संकिप्त टीका के साथ गीता में भक्तियोग, शरणागतिका स्वरूप, निष्काम कर्म, आत्मा की शाश्वतता, गीता और वैराग्य आदि अनेक विषयों पर विशद विवेचन है।

 

Related Products
Shopping cart2
Ramcharitmanas Sachitra Satik Pustakakar Rajsanskaran
-
+
Ramcharitmanas Sundarkand Sachitra Satik Pustakakar
-
+
Subtotal
235.00
Total
235.00
Search Products
×